🌺 *स्वस्थ्य और निरोगी जीवन जीने की आहार चिकित्सा* 🌺
🌺 *योगिक आहार विधि* 🌺
🌺 *चूना का सेवन कर कैल्शियम लीजिए*
जीरा दाना के बराबर चुना - पानी या सब्जी / दाल में मिलाकर
*सुबह*
ग्रीन जूस लीजिए - पालक, धनिया पत्ता, मेथी पत्ता, लौकी, आवला का जूस को गर्म पानी में मिला कर लेना है।
🌺 *इनमें निम्नलिखित चूर्ण मिलाना है* ⤵️
काला नमक, सौंठ, हिंग का चूर्ण
(1 चमच काला नमक : 2 चमच सौंठ : 2 चुटकी हिंग की मात्रा में)
🌺 *नास्ते में फल*
शरीर के वजन का 10 गुना ग्राम में, यानी यदि 70 किलो वजन है तो = 700 ग्राम फल।
पपीता, सेव, चीकू, अनार, अमरूद, संतरा, मौसमी - आदि, मौसम के अनुसार फल। उपर्युक्त चूर्ण डाल कर। एक बार में एक ही फल खाना है।
🌺 *सलाद*
भोजन से पहले सलाद खाइए (पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर 20 -30 मिनट तक डालकर disinfect करने के बाद )।
शरीर की वजन का 5 गुना ग्राम में।
जैसे 70 किलो वजन वाले को 350 ग्राम ।
सूर्यास्त के बाद , सलाद में खीरा , मुली नहीं खाना है।
टमाटर और खीरा एक साथ नहीं खाना है ।
सलाद पर भी यह चूर्ण स्वाद अनुसार डालिये।
🌺 *भोजन*
लता में लगने वाली हरी सब्जी जैसे लौकी, तोरी, टिंडा, बीन्स, परवल, पत्ते वाली हरी साग, आदि की सब्जी।
छिलके वाली मूंग दाल,
गेहूं में ज्वार, बाजरा, जौ मिलाकर रोटी लीजिए। जौ की मात्रा ज्यादा अच्छा है।
चावल भी थोड़ा ले सकते हैं।
मूंग दाल की खिचड़ी, या गेहूं + जौ का दलिया हरी सब्जी मिलाकर लेना सुपाच्य है।
🌺रात का खाना में जौ मिलाकर रोटी, उबली हरी सब्जी (हल्दी , धनिया, सेंधा नमक डालकर) या
जौ का दलिया या मूंग दाल की खिचड़ी लॉकी या अन्य लता वाली हरी सब्जी मिलाकर लीजिए।
*रात को दाल और पत्ते वाली सब्जी नहीं खाना है*
👉 चीनी, मैदा, तेल और सफेद नमक का कोइ चीज नहीं खाना है ।
🌺 दूध या दूध के उत्पाद यदि वह देशी गाय का हो अन्यथा न लेना अच्छा है।
🌺 तेल कच्ची घानी का ही लें, सब्जी बनाने में 1-2 चम्मच। देशी गाय की घी ज्यादा अच्छा है।
दाल में देशी गाय की घी का ही छौंक / तड़का लगाएं।
*रिफाइंड और बाजार का सफेद नमक घर से निकाल दे हमेशा सेंधा नमक ही इश्तेमाल करे* 🙏
🌺नारियाल का दूध लीजिए और दुध निकालने के बाद, सुखे नारियल को सब्जी में मिलाकर लीजिए या खजूर, बादाम मिलाकर मिठाई बना लीजिए और घर वालों को खिलाइए, खुद भी कभी कभी खा सकते हैं।
*नोट* नारियल का दूध बनाना बहुत आसान है असुविधा हो तो काल7905231174पर काल कर ले🙏
🌺 रात का भोजन सूर्यास्त से 1 घण्टे के अंदर कर लें। रात्रि भोजन के बाद चलना अच्छा है, चाहे कमरे के अंदर ही चलें।
भोजन के 2, 3 घंटे बाद ही सोना है भोजन शाम का जितनी जल्द हो सके कर ले 🙏
🌺सोने से पहले त्रिफला चूर्ण गर्म पानी के साथ लें।
🌺गैस या कब्ज होता होता हो तो त्रिफला चूर्ण के साथ गर्म पानी में 1 चमच अरण्डी का तेल मिलाकर लें अजवाइन तवा पर गर्म करके बारीक पीस ले भोजन के मध्य में एक चमच्च ले थोड़ा गुड़ खा कर गरम पानी एक कप पी ले फिर पूरा भोजन करे
🌺गैस / कब्ज न हो उसके लिए दिन और रात दोनों भोजन के बाद अजवायन और सौंफ लें या देशी घी या अरण्डी तेल में भुनी हुई छोटी हरड़ चूस कर लें 🙏
🌺नासिका में नासिका घृत( औषधीय घी ) डालेंआयुर्वेदिक स्टोर से लाये
🌺सुबह उठते साथ बिस्तर छोड़ने से पहले उत्क्षेप क्रिया करें - पवनमुक्तासन की तरह दोनों पैरों को मोरे , छाती से घुटनों के ऊपर हाथ बांध कर दबाएं और सीधा कर दें - 4 बार। फिर बैठ कर गर्म पानी पीएं और पेट का मालिस करते हुए शौच जाएं।
यदि कब्ज हो तो रात्रि में ही 1 लीटर पानी में 1, 1 चमच अजवायन, मेथी , सौंफ भीगा दें और सुबह उसे गर्म करके छान कर पियें फिर शौच जाएं।
या निम्बू सेंधा नमक गर्म पानी पिएं।
इसके बाद भी कब्ज रहे तो त्रिफला या पेट साफ करने का चूर्ण ले हल्का और सुपाच्य भोजन ले शुद्धि क्रिया करें।
*समूह के सदस्य बनने के लिए9651316471पर मैसेज करे* 🙏
*नियमित योगासन, प्राणायाम , ध्यान, कीर्तन, सत्संग करें और जिये जी भर* *आयुर्वेदिक उपचार पद्धति समूह* 🙏🙏🌺🌺🙏🙏🤝