🥀🥀Om Namo Bhagwate vasudevay 🥀🥀 🥀🥀🥀🥀🥀 Suprabhat vandan 🥀🥀🥀🥀🥀 🥀🥀🥀🥀🥀 Shubh Guruvaar 🥀🥀🥀🥀🥀
ॐ साई राम🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹जय श्री साई राम🙏🙏🙏🙏🙏🙏शुभ गुरुवार🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🌼🌼🌹☸️🌼जय श्री लक्ष्मीनारायण जी 🌼💐☸️🌻🌼
🌼☸️🌻💐🥀🙏🌼जय श्री लक्ष्मीनारायण जी 🌼☸️🌻💐🥀🙏🚩🌼
🌻🐚🌻🐚🌻🕉️🌻Hari Om Laxmi Narayan ji ki kripa Aur Aasirwad Sadaiv Bana Rahe 🌻🕉️🌻🐚🌻🐚🌻🍊🌻🍊🌻🍊🌻🍊🌻🍊🌻🍊🌻🙏🙏
🌼☸️🌹🙏🥀💐🌼जय श्री लक्ष्मीनारायण जी 🌼🌹🥀💐💐🌼
🌼🥀🙏🌹🌻☸️🌼जय श्री लक्ष्मीनारायण जी 🌼🥀🙏🌹🌻🌼 🌼🙏🌻☸️🌼शुभ प्रभात वंदन 🌼🥀🙏🌹🌻☸️🌼
*!! बेईमान दूधवाला !!* ------------------------------------------- एक गाँव में एक दूधवाला रहता है. उसके पास 4 गायें थी, जिनका दूध निकाल कर वह शहर जाकर बेचा करता था. शहर जाने के लिए दूधवाले को गाँव की नदी पार करनी पड़ती थी. वह नाव से नदी पार कर शहर जाता था और अपने ग्राहकों को दूध बेचकर नाव से ही वापस गाँव आ जाता था. दूधवाला एक बेईमान व्यक्ति था. नदी पार करते समय वह रोज़ दूध में नदी का पानी मिला देता और पानी मिला दूध अपने ग्राहकों को बेचा करता था. इस तरह वह बहुत मुनाफ़ा कमाया करता था। एक दिन ग्राहकों से दूध के पैसे इकठ्ठे कर दूधवाला शहर के बाज़ार चला गया. कुछ ही दिनों में उसके बेटे का विवाह था. उसने बाज़ार से ढेर सारे कीमती कपड़े, गहनें और आवश्यक सामग्रियाँ ख़रीदी. ख़रीददारी करते-करते उसे शाम हो गई. शाम को सारा सामान लेकर वह गाँव लौटने के लिए नाव से नदी पार करने लगा. नाव में लदे सामान का भार अधिक था, जिसे नाव झेल नहीं पाई और असंतुलित होकर पलट गई. दूधवाले ने जैसे-तैसे अपनी जान बचा ली। किंतु कीमती सामानों को नहीं बचा पाया. सारा सामान नदी की तेज धार में बह गया. कीमती सामान से हाथ धो देने के बाद दूधवाला दु:खी हो गया और नदी किनारे बैठकर जोर-जोर से विलाप करने लगा. तभी नदी से एक आवाज़ आई, “रोते क्यों हो भाई? तुमने वही गंवाया है, जो धोखा देकर कमाया था. दूध में पानी मिलाकर जो तुमने कमाया, वो पानी में ही चला गया. अब रोना बंद करो. ये तुम्हारी बेईमानी का फ़ल था.” *सीख :-* *अपने काम में सदा ईमानदारी रखे. बेईमानी से कमाया हुआ धन कभी नहीं टिकता।* 🙏🙏 *जो प्राप्त है-पर्याप्त है* *जिसका मन मस्त है* *उसके पास समस्त है!!*
*आज के गंगादर्शन स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश* *आज की शुभ तिथि* *माह ज्येष्ठ मासे : कृष्णपक्ष* *तिथि : 4/चतुर्थी (गुरुवार)* *विक्रम संवत* २०७९(2079) तदनुसार 19 मई 2022 आज 4/चतुर्थी रात्रि के 20:23 तक तत्पश्चात 5/पंचमी 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ *आज का विशेष दिन* एकदन्त संकष्टी चतुर्थी ➖➖➖➖➖➖➖ *सूर्यराशि* वृषभ *चंद्रराशि* धनु *दिशाशूल* दक्षिण *अग्निवास* आकाश *नक्षत्र* पूर्वांषाडा ➖➖➖➖➖➖➖ *राहुकाल का समय* दोपहर 01:30 से 03:00 तक रहेगा *अभिजित मुहूर्त :-* प्रातः 11:54 से 12:48 तक रहेगा ➖➖➖➖➖➖➖ 22 मई भानु सप्तमी 26 मई अपरा एकादशी व्रत 27 मई प्रदोष व्रत